घर के बाहर गोबर से सांप क्यों बनाते हैं?, जानें इससे जुड़े रहस्य, मान्यताएं और फायदे
हर साल श्रावण महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी का त्योहार बड़े श्रद्धा और विश्वास से मनाया जाता है. इस दिन लोग नाग देवता की पूजा करते हैं और उन्हें दूध अर्पित करते हैं, लेकिन एक खास परंपरा जो बहुत लोगों को चौंकाती है, वो है – घर के बाहर गोबर से नाग की आकृति बनाना. गांव हो या शहर, ये परंपरा आज भी कई जगह निभाई जाती है. ऐसा क्यों किया जाता है? इस सांप की आकृति का क्या मतलब होता है? क्या सिर्फ मान्यता है या इसके पीछे कोई गहरी सोच भी है? आइए जानते हैं इस प्राचीन परंपरा का पूरा रहस्य. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं
नाग पंचमी तिथि और समय
दिनांक: मंगलवार, 29 जुलाई 2025. आरंभ तिथि 28 जुलाई 2025 को 19:54, इसकी समाप्ति: 29 जुलाई 2025 को 21:16, पर होगी.
-पूजा का समय:
29 जुलाई 2025 को सुबह 05:41 से 08:23. 2 घंटे 43 मिनट का होगा.
इस दिन नाग देवता की पूजा करके लोग जीवन में सुख, शांति और बरकत की कामना करते हैं.
घर के बाहर गोबर से सांप क्यों बनाया जाता है?
नाग पंचमी के दिन सुबह-सुबह लोग घरों के दरवाजे के दोनों ओर गाय के गोबर से नाग की आकृति बनाते हैं. यह परंपरा बहुत पुरानी है और इसे आज भी ग्रामीण इलाकों में खास तौर पर निभाया जाता है. इसके पीछे कुछ मान्यताएं हैं:
1. गोबर को शुद्ध और पवित्र माना जाता है.
2. नाग देवता को अन्न, जल और धन का प्रतीक माना गया है.
3. गोबर से नाग बनाकर पूजा करने से वर्षा अच्छी होती है, फसलें लहलहाती हैं.
4. ऐसा माना जाता है कि इससे घर में कभी सांप का डर नहीं रहता और परिवार सुरक्षित रहता है.
भगवान शिव से जुड़ाव
नाग देवता को भगवान शिव के गले का आभूषण माना जाता है. गोबर से नाग बनाकर जब लोग शिव और पार्वती की पूजा करते हैं, तो इसे एक प्रकार से पूरे परिवार की भलाई की कामना के रूप में देखा जाता है. इससे घर में:
1. सुख-शांति आती है.
2. बीमारी और नेगेटिव एनर्जी दूर रहती है.
3. बच्चों की सेहत और पढ़ाई में सुधार होता है.
4. आर्थिक स्थिति बेहतर होती है.
सांप की आकृति और उसका आध्यात्मिक असर
कुछ मान्यताओं के अनुसार, घर के मुख्य द्वार पर बनी यह नाग आकृति न सिर्फ सांपों से बचाव करती है, बल्कि घर में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति को सकारात्मक ऊर्जा देती है. कहा जाता है कि:
1. इससे घर में लक्ष्मी का वास होता है.
2. बुरी नजर से बचाव होता है.
3. वास्तु दोष दूर होते हैं.
इस नाग पंचमी पर आप भी इस परंपरा को निभाएं और परिवार की खुशहाली के लिए नाग देवता से आशीर्वाद पाएं.