भोपाल । नगर निगम भोपाल के केंद्रीय कर्मशाला वर्कशॉप में प्रतिनियुक्ति पर आए सहायक यंत्री चंचलेश गिरहरे द्वारा अपने करीबी जिनके नाम है अतुल वर्मा , प्रभात सिंह तोमर और ड्राइवर शावर अली को दैनिक वेतन होगी में नियुक्त किया गया जबकि अतुल वर्मा और प्रभात सिंह तोमर को 1 वर्ष में अर्ध कुशल से सीधे उच्च कुशल कर दिया गया जबकि कुशल करना चाहिए था परंतु चंचलेश गिरहरे की खास मेहरबानी है इन लोगों पर जबकि नगर निगम में दैनिक वेतन भोगी को सालों लग जाते हैं कुशल तक पहुंचने में और तकरीबन 15 साल बाद उच्च कुशल तक कोई कर्मचारी पहुंचता है मगर केंद्रीय कर्मशाला में चंचलेश गिरहरे की मेहरबानी अपने दोस्तों पर बहुत ज्यादा मेहरबानी की जा रही है और साथ ही वर्कशॉप में हेल्परों को भी पूरे वर्कशॉप का कार्य दिया गया वर्तमान में वर्कशॉप में हेड मैकेनिक का पूरा काम हेल्पर युसूफ हसन और शमी हसन के हाथों में है यह दोनों भी लोक सूचना अधिकारी चंचलेश गिरहरे के बहुत करीबी हैं मेहरबानी यही तक नहीं रुकी कुछ करीबी और है इनमें गौरव साकले और विनय सैनी यह दोनों भी दैनिक वेतन भोगी है गौरव साकले वर्कशॉप मे सप्लायर के फर्म के चालान , बिल का कार्य गौरव साकले और विनय सैनी द्वारा किया जाता है जबकि विनय सैनी कंप्यूटर ऑपरेटर पर कार्य थे हैरत की बात है फर्म का चालान भी वर्कशॉप में तैयार किया जाता है सोच सकते हैं की कितनी अनियमित इस विभाग में हो रही है यह सारे काम नियम अनुसार क्लर्क का कार्य है परंतु पूरा वर्कशॉप दैनिक वेतन भोगी चल रहा है इन सभी की जांच होनी चाहिए चंचलेश गिलहरी के कार्यकाल में जितने भी फर्म का भुगतान किया गया है उनके बिलों की जांच होनी चाहिए क्योंकि वर्कशॉप हमेशा ही किसी न किसी भ्रष्टाचार के लिए जाना जाता है